Team Edubeats
| Updated:Jan 21, 2021लखनऊ
लखनऊ विश्वविद्यालय के तिलक हॉल में आयोजित कार्यशाला में पुलिस कमिश्नर ध्रुव कांत ठाकुर ने तिलक हॉल में रहने वाली छात्राओं को व्याख्यान दिया। इस दौरान आईपीएस प्राची सिंह, लखनऊ विश्वविद्यालय की डीएसडब्ल्यू पूनम टंडन, चीफ प्रोवोस्ट प्रो. नलिनी पांडे और प्रोवोस्ट डॉ. भुवनेश्वरी भारद्वाज मौजूद रहीं।
ध्रुव कांत ठाकुर ने छात्राओं को महिला सशक्तीकरण को समझने, आंतरिक बनाने और अनुकरण करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने महिला सुरक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में यूपी पुलिस और यूपी सरकार द्वारा उठाए गए सभी कदमों को सूचीबद्ध करके अपनी बात शुरू की। उन्होंने पिंक बूथ, पिंक स्कूटी और पिंक बस पहलों के बारे में बात की और सभी को यह भी बताया कि यूपी पुलिस लगातार आपातकालीन लाइनों 112 और 1090 की प्रतिक्रिया समय को कम करने की दिशा में काम कर रही है जो विशेष रूप से महिलाओं को समर्पित हैं।
पुलिस कमिश्नर ने छात्राओं को प्रश्न पूछने और उनके साथ बातचीत करने के लिए आमंत्रित किया। कई छात्राओं ने ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं के लिए सुरक्षा प्रावधानों के बारे में पूछा। वहीं, जब एक महिला के पास संचार का कोई साधन नहीं है और कोई खतरा पैदा होता है तो क्या करना है?
पुलिस कमिश्नर ने सभी को सुनिश्चित किया कि यूपी सरकार और साथ ही यूपी पुलिस इन्हीं संकल्प की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे समाज में महिलाओं की सुरक्षा के लिए सबसे जरूरी है संपूर्ण समाज की सोच में बदलाव, और कैसे यह बदलाव शुरू होगा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों को तेजी से जवाबदेह बनाया जा सके।