Team Edubeats
| Updated:Jan 12, 2021लखनऊ
लखनऊ विश्वविद्यालय में सोमवार को महिला अध्ययन संस्थान के तहत पी0जी0 डिप्लोमा इन गर्भ-संस्कार की औपचारिक शुरूआत की गई। यह कोर्स महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल कि पहल और लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 आलोक कुमार राय के सहयोग एवं प्रोत्साहन से संस्थान में गर्भ-संस्कार का कोर्स आरम्भ किया गया ।
महिला अध्ययन संस्थान की कोर्डिनेटर, डा0 अर्चना शुक्ला के अनुसार इसकी प्रथम कक्षा का संचालन सोमवार को किया गया। इसमें क्वीन मैरी, के0जी0एम0यू0 लखनऊ की डॉ अमिता पाण्डेय एवं अध्यात्मिक काउन्सलर, डॉ शिवानी मिश्रा ने गर्भ संस्कार कोर्स की महत्वता एवं इसकी समाज में आवश्यकता पर अपने विचार व्यक्त किए। इस कोर्स में विभिन्न प्रकार के विद्यार्थी है। जिनमें कुछ स्नातक, परास्नातक, शोध-छात्र, छात्राएं, गृहिणियां, आई 0वी0एफ0 सेंटर संचालक, रिटायर्ड स्वास्थय विभाग कर्मी हैं।
गर्भ-संस्कार की पहली कक्षा के दिन कोविड -19 काल में सभी औपचारिकताओं को पूर्ण करने में समय लगा। जबकि कक्षाओं को करने में विद्यार्थियों ने अपना उत्साह दिखाया। कक्षा के संचालन के समय महिला अध्ययन संस्थान की कोर्डिनेटर, डा0 अर्चना शुक्ला भी मौजूद रहीं। इस कोर्स में कुल 5 थेरोटिकल पेपर, 1 इर्टनशिप होगी। यह कोर्स दो सेमेस्टर के साथ एक वर्ष का है। यह कोर्स किसी भी विश्वविद्यालय के लिए एक अनोखा एवं नवीन कोर्स है।