Nimisha Bajpai
| Updated:Dec 22, 2020
वाराणसी
सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी में ज्योतिष विभाग के द्वारा विश्वविख्यात गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की जयंती को राष्ट्रीय गणित दिवस के तौर पर मनाया गया। कुलपति प्रो. राजाराम शुक्ल ने इश मौके पर कहा कि रामानुजन आधुनिक काल के महान गणित विचारकों मे गिना जाता है उन्होनें अपने जीवनकाल में गणित के विश्लेषण एवं संख्या सिद्धांत के क्षेत्रों में गहन योगदान दिया,बचपन से ही उन्हें गणित से प्रेम था।
प्रो शुक्ल ने पारम्परिक दृष्टि से गणितीय सिद्धांतों के परिशिलन एवं रामानुजन पर आश्रित शोध कार्यों के क्रियान्वयन पर बल देते हुये कहा की बचपन से विलक्षण प्रतिभावान थे,उन्होने स्वंय से गणित सीखा और अपने जीवन भर में हजारों प्रमेयों का संकलन किया। साथ ही रामानुजन ने गणित के सहज ज्ञान और बीजगणित के प्रकलन की अद्वितीय प्रतिभा के बल पर बहुत से मौलिक और अपारस्परिक परिणाम निकाले जिनसे प्रेरित होकर आज तक शोध हो रहा है। विद्यार्थियों को रामानुजन के सिद्धांतों के प्रति प्रेरित होना चाहिये।
विशिष्ट अतिथि के रूप में छात्र कल्याण संकाय के अध्यक्ष प्रो राम पूजन पान्डेय ने कहा कि गणित विषय को लोग कठिन मानते हैं लेकिन विश्व के महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन ने सदैव अपने भाव के साथ अध्ययन एवं अनुसंधान कर देश को एक बड़ा खजाना दिया।
संयोजक एवं विभागाध्यक्ष प्रो अमित कुमार शुक्ल ने गणितीय सिद्धांतों का विवेचन करते हुए कहा कि रामानुजन के द्वारा बर्नली नंबर,रामानुजन प्राईम तथा रामानुजन फ्रेक्शन आदि का उपयोग किया जाता है। रामानुजन महान गणितज्ञ थे यहां पर वर्षों से आज के दिन "राष्ट्रीय गणित दिवस" को एक जयंती के रूप मे आयोजित किया जाता है।
कार्यक्रम के प्रारम्भ मे मंचस्थ अतिथियों के द्वारा माँ सरस्वती एवं रामानुजन के तैलीय चित्र पर माल्यार्पण एवं डॉ विजय कुमार ने वैदिक मंगलाचरण तथा कार्यक्रम संचालन एवं स्वागत डॉ मधुसूदन मिश्र,धन्यवाद ज्ञापन डॉ राजा पाठक ने किया।उक्त अवसर पर प्रो महेंद्र पाण्डेय,प्रो रमेश प्रसाद,प्रो हरिप्रसाद अधिकारी,प्रो सुधाकर मिश्र,प्रो शैलेश कुमार,डॉ सत्येंद्र कुमार यादव एवं छात्र छात्राओं ने सहभाग किया।