Team Edubeats
| Updated:Jan 13, 2021लखनऊ
राष्ट्रीय कलामंच लखनऊ महानगर ने स्वामी विवेकानंद की जयंती पर मनाए जाने वाले राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर लखनऊ विश्वविद्यालय में ललित कला संकाय के हाल्दार सभागार में संगोष्ठी का आयोजन किया। इसके साथ ही 1 से 12 जनवरी तक आयोजित युवोत्सव का समापन और पुरस्कार वितरण कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि लखनऊ के एडीएम विश्वभूषण मिश्रा, विशिष्ट अतिथि एडवोकेट दिलीप यशवर्धन, एबीवीपी के प्रांत उपाध्यक्ष प्रो. गोविन्द पाण्डेय, एबीवीपी लखनऊ महानगर अध्यक्ष डा. मंजुला उपाध्याय, महानगर मंत्री कुं. अभिमन्यु प्रताप सिंह तथा राष्ट्रीय कलामंच संयोजक लखनऊ महानगर अपूर्व दिवेदी ने माता सरस्वती और स्वामी विवेकानंद के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
समारोह को संबोधित करते हुए विश्वभूषण मिश्रा ने कहा कि विद्यार्थियों को स्वामी विवेकानन्द के विचारों को अपने आचरण में शामिल करने से ही उनके सपनों के भारत का निर्माण संभव है। विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता इस प्रक्रिया में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी विद्यार्थियों को युवा शक्ति की अहमियत समझाई तथा राष्ट्र निर्माण में युवाओं के योगदान पर प्रकाश डाला।
दिलीप यशवर्धन ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द का जीवन स्वयं में प्रेरणा की एक किताब है जिसे जितना अध्ययन किया जाए उतना कम है। उन्होंने कहा कि अगर आपमें जिम्मेदारी उठाने की क्षमता है तो आप युवा हैं और आपने जिम्मेदारी उठाना सीख लिया तो कोई भी अंधेरा आपका नाम रोशन होने से रोक नहीं सकता।
प्रो. गोविन्द पाण्डेय ने स्वामी विवेकानन्द के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उनका जीवन भी सामान्य विद्यार्थी जैसा ही था लेकिन उनके अनुशाशन और ध्येय निष्ठता ने उन्हें नरेंद्र से स्वामी विवेकानंद बना दिया। आज वो भारत ही नही अपितु पूरे विश्व के युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत हैं।
कु. अभिमन्यु प्राताप सिंह ने स्वागत उद्बोधन और महानगर अध्यक्ष डा. मंजुला उपाध्याय ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय कलामंच लखनऊ महानगर सह-संयोजक सृष्टी सिंह ने किया।
युवोत्सव में आयोजित प्रतियोगिता में प्रथम, दितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किया गया। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान स्वेता यादव, दितीय स्थान शिवानी और तृतीय स्थान आयुष कुमार त्रिवेदी को मिला। स्लोगन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान तरुण अस्थाना, दितीय स्थान मंतशा जहां और तृतीय स्थान प्रियांशी पटेल को मिला। चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम स्थान सचिन कुमार को, दितीय स्थान अशप्रिय नाजी और तृतीय स्थान आर्यन कश्यप को मिला।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से मुस्कान उपाध्याय, मनीष पाण्डेय, उत्कर्ष अवस्थी, हर्ष मिश्रा, शुभम सिंह सेंगर, शांतनु मिश्रा, अर्जुन सिंह चौहान, आशुतोष श्रीवास्तव, राजशेखर सिंह, डॉ ममता भटनागर, अजीत प्रताप सिंह, अभिनव दीप, आदित्य जैसवाल, बख्तियार अहमद, अधीश श्रीवास्तव, अविनाश वर्मा, आयाश प्रताप दीक्षित, आदर्श, कपिल, प्रांजल पाण्डेय, सूरज सिंह, प्रियंका ठाकुर, सत्यम मिश्रा, अतुल पाण्डेय, आकाश अवस्थी, अनुज श्रीवास्तव, मनीष, राहुल रमन, मोहक टंडन विकास सिंह आदि कार्यकर्त्ता और पदाधिकारी उपस्थित रहे।