Team Edubeats
| Updated:Jan 19, 2021कुशीनगर
बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं, उनको बेहतर शिक्षा मिलना बेहद जरूरी है, बच्चों की वजह से हमारे घर चलते हैं तो फिर कैसे उन बच्चों को शिक्षा से वंचित रखा जा सकता है ऐसा कहना है उच्च प्राथमिक विद्यालय बहोरापुर के प्रधानाध्यापक मो. ताहिर का। कुशीनगर जिले में स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय बहोरापुर में शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए प्रधानाध्यापक और सह-अध्यापकों द्वारा लागातार प्रयास किए जा रहे हैं। उच्च प्राथमिक विद्यालय बहोरापुर के प्रधानाध्यापक तारिक ने एजुकेशन बीट्स की रिर्पोटर के साथ खास बातचीत में बताया कि कैसे सरकारी स्कूलों के प्रति लोगों की मानसिकता बदल रही है।
तारिक का कहना है कि एक समय था जब लोगों की सोच थी कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था अच्छी नहीं है या सरकारी स्कूलों के बच्चे अन्य स्कूलों के बच्चों से किसी भी मामले में कम है लेकिन समय के साथ ही लोगों की धारणा सरकारी स्कूलों के प्रति बदल रही है। और आज प्राइवेट स्कूलों के बच्चे भी उनके विद्यालय मे एडमिशन करवा रहे है। साथ ही अभिभावक भी अपने बच्चों की पढ़ाई को लेकर काफी सजग और सतर्क नजर आते हैं।
तारिक का कहना है कि बच्चों के इंट्रेस्ट के हिसाब से उनको शिक्षा देना आवश्यक है इससे बच्चे का मन पढ़ाई में लगा रहता है। वह विद्यालय के हर बच्चे को बेहतर तरीके से आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। प्रधानाध्यापक के अनुसार जब बच्चों को प्रोत्साहित किया जाता है तो बच्चे भी अपने हर काम को और बेहतर ढंग से करना शुरू करते हैं। तारिक अपने विद्यालय के बच्चों का कॉम्पटीशन प्राइवेट स्कूल के बच्चों के साथ भी करवाते हैं। अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलती देख गाँव के अभिभावक भी बेहद खुश नजर आते हैं।
प्राइवेट स्कूलों के जिक्र पर तारिक कहते हैं कि उन्हें किसी भी स्तर से यह नहीं लगता कि अब अभिभावक अपने बच्चों को महंगे प्राइवेट स्कूल में पढ़ाना पसंद करते हैं। उनके विद्यालय में काफी संख्या में वह बच्चे पढ़ने आते हैं जिनके अभिभावक आराम से अपने बच्चों को अच्छे प्राइवेट स्कूल में पढ़ा सकते हैं। इसी के साथ एजुकेशन बीट्स से खास बातचीत में तारिक ने और भी शिक्षा पर और भी कई खास बातें की देखें पूरा इन्टरव्यू.....