Divya Gaurav
| Updated:Jul 01, 2021बड़ौत/लखनऊ
एजुकेशन बीट्स अपनी खास सीरीज "एक मुलाकात" में ऐसे लोगों के बारे में बताता आ रहा है जो समाज को अपने सकारात्मक कार्यों से एक बेहतर दिशा दे रहे हैं। और इसी के साथ ही साथ कोरोना जैसे मुश्किल वक्त में लोगों का हौसला बनाए हुए हैं। इसी कड़ी में आज हम आपको एक ऐसी ही शख्सियत के बारे में बताएंगे जो लगातार अपने प्रयासों से गरीब लोगों के जीवन में खुशी के दीप जला रही हैं.... और कोरोना काल में लोगों की उनके खाने और कपड़े से लेकर और भी कई सारी मदद कर रही हैं। हम बात कर रहे हैं बड़ौत की रहने वाली वंदना गुप्ता की जो सारथी वेलफेयर फाउंडेशन की अध्यक्ष हैं। कोरोना महामारी के दौरान वंदना ने अपनी संस्था के माध्यम से जरूरतमंदों के भोजन,राशन,मास्क, सैनिटाइजर,कोरोना किट से लेकर सब्जियों का वितरण करके सभी की मदद की हैं। यह पशुओं से लेकर इंसानो तक की सेवा करती हैं।
महिलाओं को लेकर के वंदना कहती हैं कि सोच बदलो समाज खुद बदल जाएगा। उन्होंने कहा कि लड़कियों को खुलकर जीना चाहिए... और उनके साथ घर से लेकर बाहर तक जो भी घटना घटित हो उसे अपनी मां, बहन या दोस्त किसी से जिसे वह अपना अच्छा दोस्त मानती हों जरूर शेयर करें... ऐसा करने से कभी उनके साथ कुछ गलत नहीं हो सकता। वंदना बताती हैं कि अभी उनकी संस्था की टीम बहुत बड़ी नहीं हैं लेकिन वह अपनी छोटी सी टीम के साथ मिलकर ही गरीब लोगों की सेवा करती हैं। शिक्षा को लेकर वंदना का कहना है कि भविष्य में मेरी योजना है कि सारथी वेलफेयर फाउंडेशन के माध्यम से उन गरीब बच्चों को फ्री शिक्षा दी जाएगी जिनके मां- बाप नहीं हैं या कुछ ऐसे बच्चे जो पढ़ना तो चाहते हैं लेकिन उनके पास पैसे नहीं है.... तो ऐसे बच्चों को हमारी संस्था फ्री शिक्षा दिलाएगी।
सारथी वेलफेयर फाउंडेशन की अध्यक्ष वंदना गुप्ता बताती हैं कि आज के समय में अधिकतर मां- बाप अपने बच्चों को समय नहीं देते जिसका सबसे सीधा प्रभाव उनके बच्चों पर पड़ता है और बच्चे अकेलापन महसूस करते-करते वह गलत रास्तों पर निकल जाते हैं, इसलिए सबसे पहले माता-पिता को चाहिए कि वह कितने ही व्यस्त क्यों न हो लेकिन बच्चों को पूरा समय दें। इससे बच्चें गलत रास्तों का चुनाव कभी नहीं करेगें.... इसी के साथ एजुकेशन बीट्स से खास बातचीत में वंदना ने और भी कई खास बातें कीं.... देखिए