Divya Gaurav
| Updated:Jul 03, 2021हरदोई/ लखनऊ
कोरोना महामारी के दौरान जब हर दूसरा व्यक्ति कोरोना वायरस से परेशान था... ऐसे मुश्किल वक्त में लोगों के बीच उम्मीद की गांठ अगर कोई जोड़े था तो वो थे हमारे सामाजिक कार्यकर्ता। वैसे तो इस मुश्किल वक्त में बहुत से सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आगे बढ़कर सभी की मदद की, लेकिन कुछ सामाजिक कार्यकर्ता ऐसे थे जिन्होंने रक्तदान करके दूसरों की जान बचाई। कोरोना काल में जब सभी घरों में थे... अस्पतालों में भीड़ थी कोई भी व्यक्ति अपने परिचित से तक मिलने नहीं जा रहा था.... उस वक्त में ये कोरोना वारियर्स अपने रक्त की एक-एक बूंद से दूसरों को जीवन दान दे रहे थे। एजुकेशन बीट्स अपनी खास सीरीज "एक मुलाकात" में लगातार ऐसे ही खास लोगों के बारे में बताता आ रहा है जो समाज को एक नई राह दिखा रहे हैं। जिला हरदोई की रहने वाली प्रियंका सिंह लगातार 2 सालों से रक्तदान के माध्यम लोगों की मदद करके उनकी जान बचा रही हैं।
प्रियंका सिंह एक साधारण महिला हैं लेकिन वह देश की सेवा में समर्पित एक सैनिक की पत्नी हैं तो देशप्रेम की भावना उनके अंदर कूट-कूट कर भरी है। प्रियंका रक्तदान के क्षेत्र से भी जुड़ूी हैं और वह हर दिन अनेक लोगों की मदद करती हैं... प्रियंका कहती हैं कि जब हमारे देश में कोरोना वायरस का प्रकोप शुरू हुआ तो खाने के सामान से लेकर दवाई, ऑक्सीजन को लेकर सभी लोग परेशान थे लेकिन इन सबके बावजूद ज्यादतर लोग परेशान अगर थे तो वह ब्लड के लिए... क्योंकि ऐसे समय में कोई भी व्यक्ति अस्पताल जाकर ब्लड देने के लिए नहीं तैयार होता था। जिसके कारण ब्लड की कमी से अधिकतर लोगों की जान चली जा रही थी। उन्होंने कहा कि इस समस्या को जब मैंने नजदीकी से देखा तो मैंने मन में रक्तदान करने का और इसे लेकर लोगों को जागरूक करने का मन बना लिया।
बता दें कि देशभक्ति को लेकर प्रियंका कहती हैं कि आज के समय में माता-पिता को चाहिए कि देश पर शहीद हुए वीरों की गाथाएं सुनाएं... वीरांगनाओं के बारे में बताएं। अपने देश से प्यार करना सिखाएं। प्रियंका कहती हैं कि आजकल के बच्चे कार्टून की दुनिया तक सीमित रह गए हैं। इसी के साथ एजुकेशन बीट्स से खास बातचीत में प्रियंका सिंह ने और भी कई सामाजिक मुद्दों पर खास बातें कीं.... देखिए