Ananya Mishra
| Updated:Jun 27, 2021आगरा/लखनऊ
एजुकेशन बीट्स अपनी खास सीरीज "एक मुलाकात" में लगातार ऐसे लोगों के बारे में बताता आ रहा है जो समाज को अपने सकारात्मक कार्यों से एक बेहतर दिशा दे रहे हैं। और इसी के साथ ही साथ कोरोना जैसे मुश्किल वक्त में लोगों का हौसला बनाए हुए हैं। इसी कड़ी में आज हम आपको एक ऐसी ही शख्सियत के बारे में बताएंगे जो लगातार अपने प्रयासों से लोगों के बीच हर संभव मदद पहुंचा रहे हैं।
आगरा निवासी नरेश पारस एक सोशल वर्कर हैं जो बच्चों की विशेष सुरक्षा को लेकर जाने जाते हैं। कोरोना काल में बढ़ती ऑक्सीजन की दिक्कतों के चलते नरेश ने जिले के सभी ऑक्सीजन सेंटरों का पता कर अपना नंबर सोशल मीडिया पर डाल कर लोगों को सही जानकारी पहुंचाने लगे। नरेश बताते हैं कि एक दिन में उन्हें लगभग 800 से 900 कॉल आते थे जिनमें वो सिर्फ 400-500 लोगों को जवाब दे पाते थे। नरेश के पास सिर्फ आसपास के जिलों से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी मदद के लिए फोन आते थे।
इसी के साथ ही नरेश पारस बताते हैं कि कोरोना काल में बच्चों की शिक्षा प्रभावित हुई है। हांलाकि अब कोरोना के केसों में कमी है इसलिए सरकार को स्कूल खोलने चाहिए और बच्चों की शिक्षा फिर से शुरू होनी चाहिए। नरेश कहते हैं कि स्कूल बंद होने से बच्चों का डेली रूटीन बिगड़ गया है। कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए स्कूलों को दो शिफ्टों में खोला जाना चाहिए जिससे कि 50-50 परसेंट बच्चों को बुलाया जाए। कोरोना के चलते बच्चों की शिक्षा भी सुचारु रूप से चलती रहे इसका उपाय निकालना आवश्यक है। इसी के साथ एजुकेशन बीट्स से खास बातचीत में नरेश पारस ने और भी कई सामाजिक मुद्दों पर खास बातें कीं.... देखिए