Team Edubeats
| Updated:May 20, 2022नई दिल्ली,
युवाओं में रोजगार कौशल को बढ़ाने के लिए राजौरी गार्डन स्थित शिवाजी कॉलेज ने नियमित कोर्स के साथ विद्यार्थियों के लिए अलग से मुफ्त मूल्य वर्धित पाठ्यक्रमों की शुरुआत की है। प्राचार्य प्रो. शिव कुमार ने बताया कि अमूमन देखा गया है कि मानविकी संकाय से जुड़े पाठ्यक्रम को पढ़ रहे विद्यार्थियों के समक्ष नौकरी की संभावना कम होती है। ऐसे विद्यार्थियों का सरकारी नौकरियों की तरफ विशेषकर सिविल सेवा परीक्षा की तरफ झुकाव अधिक देखा गया है।
इन होनहार विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करने के साथ परीक्षा से जुड़ी तैयारी में इनकी मदद करने के लिए कॉलेज प्रशासन की ओर से इन्हें मुफ्त नोट्स व किताबें उपलब्ध कराई जाती है। इसके अलावा समय-समय पर सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके युवाओं को कॉलेज बुलाया जाता है या ऑनलाइन माध्यम से वे विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते है। साथ ही उन्हें रणनीति बनाने में मदद उपलब्ध कराते है।
प्रो. शिव ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान मिशन दिशा के तहत इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी। इस वर्ष सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए माक टेस्ट भी आयोजित किए जा रहे है। ये माक टेस्ट कॉलेज के प्रोफेसर्स द्वारा तैयार किए जा रहे है। दो साल से जारी मिशन दिशा के तहत तैयारी कर रहे कई विद्यार्थी इस वर्ष सिविल सेवा परीक्षा में बैठेंगे।
यह कॉलेज के लिए गर्व की बात है। इसके अलावा कॉलेज ने आईआईटी बाम्बे के साथ मिलकर मुफ्त ऑनलाइन कोडिंग कोर्स की शुरुआत की है। कई विद्यार्थियों ने इस कोर्स पूरा करने पर सर्टिफिकेट प्राप्त किया है। अब कॉलेज के सभी कोर्स के विभागाध्यक्ष को निर्देश दिया गया है कि वे नियमित पाठ्यक्रम के अलग हटकर मूल्य वर्धित पाठ्यक्रम को डिजाइन करें, जिससे विद्यार्थी रोजगार उन्मुख बनें। उम्मीद है कामर्स विभाग इस वर्ष ऐसे मूल्य वर्धित पाठ्यक्रम की शुरुआत करेगा।